जज्बात 💔

इन जज्बातो के सैलाब में न बहो दिल मे रखो ये सारा सैलाब किसी से कुछ न कहो

एक पल गुजार भी लोगे उनके साथ चैन के लिए तो कौन सा चैन आ जएगा

उनके साथ गुजरा एक पल भी  ज़िन्दगी का हर पल बेचैन कर जएगा

बह गए एक बार इस सैलाब में तो सब कुछ भूल जाओगे अपनी बनाई रस्सी के फंदे में झूल जाओगे

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